छत्तीसगढ़

यात्रा सुविधाएं ठप होने से बस्तर की अर्थव्यवस्था पर पड़ा असर

रायपुर

बस्तर में हवाई और रेल सेवाएं दोनों बंद पड़ी है। ऐसे में न सिर्फ आम लोगों की यात्रा मुश्किल हो गई है, बल्कि पर्यटन, व्यापार और रोजगार पर भी बुरा असर पड़ रहा है। बारिश का मौसम, दशहरे का समय और पर्यटकों की आमद का अवसर, लेकिन बस्तर अब सिर्फ सड़क मार्ग के सहारे है।

फिलहाल बस्तर न हवाई रास्ते से जुड़ा है, न रेल से। हवाई सेवा तो पहले ही ठप थी, अब रेल सेवा भी अस्थाई रूप से 28 दिनों से बंद है। ऐसे में बस्तर के लोगों को राजधानी रायपुर या अन्य शहरों से जुड़ने के लिए केवल सड़क मार्ग का सहारा लेना पड़ रहा है, जो बारिश के इन दिनों में और भी खतरनाक और महंगा हो चला है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि इस वक्त बस्तर की खूबसूरत वादियां, झरने और ऐतिहासिक बस्तर दशहरा देखने देशभर से पर्यटक यहां आते हैं, लेकिन रेल और हवाई सेवा दोनों बंद होने से इसका सीधा असर होटल व्यवसायी, दुकानदार, गाइड और ट्रांसपोर्ट वाले पर पड़ रहा है, जो पर्यटन से जुड़कर जीवन यापन करते हैं।

होटल संचालकों का कहना है कि हमारा सारा व्यापार पर्यटकों पर ही निर्भर है। बस्तर दशहरा का समय हमारे लिए साल का सबसे बड़ा सीजन होता है, जब बाहर से लोग आते हैं, खरीदारी करते हैं, होटल-लॉज भर जाते हैं, स्ट्रीट मार्केट्स में रौनक होती है, लेकिन इस बार हवाई और रेल सेवा बंद है, अब कोई आएगा कैसे? बसों का किराया भी बहुत बढ़ गया है। इससे हमारा व्यापार ठप पड़ गया है। सरकार को चाहिए कि कम से कम इस सीजन में ये सेवाएं बहाल करे नहीं तो हम लोग बहुत बड़े नुकसान में चले जाएंगे।

सरकार को गरीबों के रोजगार की चिंता नहीं : कांग्रेस
ऐसे में कांग्रेस भी सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुशील मौर्य का आरोप है कि सरकार की उदासीनता की वजह से बस्तर के हजारों परिवारों की रोजी-रोटी पर असर पड़ा है। बस्तर में पर्यटन उद्योग हजारों लोगों के लिए रोजगार का साधन है। हर साल दशहरे के समय लाखों सैलानी यहां पहुंचते हैं, जिससे स्थानीय लोगों को काम मिलता है, लेकिन जब रेल और हवाई सेवा दोनों बंद हो जाती है तो ये सरकार की नाकामी साफ दिखती है। हमने कई बार प्रशासन और सरकार से मांग की, ज्ञापन सौंपा, धरना भी किया, लेकिन सरकार की नींद नहीं खुल रही। इससे साफ है कि सरकार को गरीबों के रोजगार की चिंता नहीं है। ये बातें मंचों पर तो अच्छी लगती है कि बस्तर अब नक्सल मुक्त है, लेकिन अगर वाकई ऐसा होता तो आज ये सेवाएं ठप क्यों होतीं? सरकार सिर्फ प्रचार में व्यस्त है, जमीनी हकीकत से उसका कोई लेना-देना नहीं।

जल्द बहाल की जाएगी हवाई और रेल सेवा : सांसद महेश कश्यप
इस मामले में बस्तर सांसद महेश कश्यप अपनी सफाई दे रही है। बस्तर सांसद का कहना है कि रेल सेवा भूस्खलन के कारण रोकी गई है। यात्रियों की सुरक्षा के बाद ही उसे बहाल किया जाएगा। वहीं हवाई सेवा को लेकर भी सरकार प्रयासरत है। रेल सेवा अस्थाई रूप से भूस्खलन के कारण रोकी गई है, जो सुरक्षा के लिहाज से जरूरी था। हम लगातार रेलवे विभाग के संपर्क में हैं और जल्द ट्रैक को ठीक कर सेवा बहाल करने की दिशा में काम हो रहा है। जहां तक हवाई सेवा का सवाल है, इसके लिए भी नागरिक उड्डयन मंत्रालय से बात हो रही है। हमारी कोशिश है कि दशहरे से पहले सारी सेवाएं बहाल हों, ताकि देश और दुनिया से पर्यटक यहां पहुंच सकें और बस्तर का गौरवशाली दशहरा देख सकें। हम मानते हैं कि इससे लोगों को परेशानी हो रही है, लेकिन हमारी सरकार समाधान के साथ खड़ी है, सिर्फ बयानबाजी नहीं कर रही।

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